नई दिल्ली (आईएएनएस)। कई लोग मोतियाबिंद, क्रॉस आईज आदि की सर्जरी के लिए सर्दियों के मौसम का चुनाव करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस मौसम में सर्जरी कराने से ठीक होने की संभावना ज्यादा होती है।
इस बारे में आई टेक विजन सेंटर की नेत्र चिकित्सक डॉक्टर अंशिमा ने कहा, “पुराने समय में यह मान्यता थी की जाड़े का मौसम ही मोतियाबिंद जैसी आंखों की समस्याओं की सर्जरी के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता था जिसके पीछे यह कारण था कि पहले तकनीक उतनी एडवांस नहीं थी और जो भी सर्जरी होती थी उसमें टांके लगते थे जिसकी वजह से पसीना आंखों में जाने से उसमें इंफेक्शन होने का खतरा होता था लेकिन आज टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो गई है कि सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार के चीरे या टांके की जरूरत नहीं होती है, इसलिए सर्जरी सिर्फ जाड़े के मौसम में ही कराई जाए यह बस एक गलतफहमी है।”
मैं तो ये सलाह दूंगी की आंखों में मोतियाबिन्द या कोई भी ऐसी समस्या जिसके लिए सर्जरी की जरूरत हो तो उसे किसी भी मौसम के इंतजार में टालें नहीं बल्कि जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर द्वारा बताई गई सर्जरी करा लें।
डॉ. अंशिमा, आई टेक विजन सेंटर की नेत्र चिकित्सक
इसके अलावा डॉक्टर अंशिमा ने यह भी बताया की आंखों की सर्जरी में किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
-आंखों की सर्जरी के लिए किसी अच्छे आईकेयर सेंटर का ही चुनाव करें।
-सर्जरी डॉक्टर द्वारा बताई गई हर सावधानी का पालन करें।
-अपनी आंखों को धूप और धुएं से बचाएं।
-नहाते या चेहरा धोते वक्त इस बात का खास ख्याल रखें की साबुन आंखों में ना जाए।
-आंखों को ना तो मलें ना ही गंदे हाथो से छुएं।
-बिना डॉक्टर की सलाह लिए किसी भी प्रकार के आई मेकअप का प्रयोग ना करें।