इन हर्बल नुस्खों को अपनाकर करें मोटापे की समस्या को दूर

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मोटापा दुनिया भर में एक महामारी के तौर पर देखा जा रहा है और मोटापे को आने वाले समय में दुनिया की सबसे विकराल समस्या माना जा सकता है। हालिया प्रकाशित कुछ आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में करीब 160 करोड़ लोग ऐसे हैं जो अधिक वजन की समस्या से ग्रस्त हैं और करीब 40 करोड़ लोग मोटापे की विकराल समस्या से ग्रस्त हैं।

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ये समस्या वयस्कों के अलावा बच्चों में भी जबरदस्त देखी जा रही है। वर्तमान में दुनिया भर में करीब 15 करोड़ से ज्यादा बच्चे सामान्य से ज्यादा वजन के हैं जबकि करीब 4.5 करोड़ बच्चे मोटापे से ग्रस्त हैं। हिन्दुस्तान जैसे विकासशील देशों में यह समस्या और ज्यादा देखी जा रही है। जहां एक ओर जंक खाकर बच्चों में कुपोषण हो रहा है वहीं दूसरी तरफ मोटापा की समस्या ने परेशान किया हुआ है। दुनिया की तमाम जनसंख्या का एक बहुत बड़ा हिस्सा सामान्य से अधिक वजन की ओर अग्रसर है।

मोटापा कम करने वाले उत्पाद नुकसानदायक

मोटापा कम करने के दावों वाले उत्पादों ने बाज़ार में जबर्दस्त पैठ बना ली है लेकिन दावे कितने कारगर हैं, कोई नहीं जानता। बाजार में बिकने वाले स्लिमिन्ग कैप्सूल, दवाएं और यंत्र जो अल्प अवधि में वजन और मोटापा कम करने का दावा करते हैं, इनसे दूर रहने की आवश्यकता है और अपनी दिनचर्या को नियंत्रित करके संतुलित खाद्य सेवन, कई साबित हर्बल नुस्खों को अपनाकर मोटापे की समस्या से दूर रहा जा सकता है। शारीरिक चपलता, मेहनत, आलस से दूर जीवनशैली और दिनचर्या व पोषक खान-पान की मदद से काफी हद तक इस समस्या से दूर रहा जा सकता है।

इस तरह की जानकारियों को हम सभी अक्सर सुनते हैं, समझते हैं लेकिन जंक और अनियंत्रित खाद्य शैली से खुद को दूर रख पाने का साहस नहीं जुटा पाते। सच्चाई जबकि यही है कि सही डाइट और संतुलित भोज्य पदार्थों के सेवन से ही मोटापे को रोका जा सकता है। अपने व्यक्तिगत अनुभवों और कई लोगों में सकारात्मक परिणामों के आधार पर इस सप्ताह अपने पाठकों को खाद्य शैली से जुड़े एक नायाब तरीके को साझा करने जा रहा हूं जिसकी मदद से काफी हद तक आप वजन कम करने के अपने मिशन में सफल हो सकते हैं।

सुबह खाली पेट पानी जरूर पिएं

सुबह उठकर कुल्ला करके सबसे पहले कम से कम 2 गिलास पानी जरूर पीजिये। सुबह नाश्ते में हरा जूस लेने की आदत डालें। हरा जूस तैयार करने के लिए एक मुठ्ठी पालक, आधी मुठ्ठी हरी धनिया, थोड़ी सी पुदीना की ताजी हरी पत्तियां, एक बड़े आकार का टमाटर, एक नींबू से निकाली गई रस की मात्रा, आधा इंच आकार का अदरक और लहसुन की दो कलियों को लेकर ब्लेंडर में जूस तैयार कर लें। इस पूरे मिश्रण को बगैर छानकर रोज सुबह खाली पेट नाश्ते के तौर सेवन किया जाना चाहिए। सुबह 11 से 12 बजे के बीच ड्राई फ्रूट्स और फलों आदि का सेवन किया जाए। अखरोट, बादाम, काजू, मूंगफली, पिस्ता जैसे ड्राईफ्रूट्स की करीब 2 मुठ्ठी मात्रा को चबाया जाना चाहिए। इसके अलावा अलसी, तिल, कद्दू और सूरजमुखी के बीजों की करीब 2 चम्मच मात्रा को दिन में एक बार जरूर चबाना चाहिए। इस दौरान जब भी फलों को खाने की इच्छा हो, जरूर खाएं और किसी भी फल को खाया जा सकता है, बगैर किसी रोक टोक के।

पानी पीना जरूरी

पूरे दिनभर इस बात का जरूर खयाल रखें कि आपको भरपूर पानी पीना है इसके अलावा यदि संभव हो तो एप्पल सिडर विनेगर (सेव का सिरका) बाज़ार में मिले तो लेते आएं। दोपहर या रात खाने से करीब 15 मिनट पहले (दिन में सिर्फ एक बार) एक गिलास पानी में 2 चम्मच विनेगर मिलाकर जरूर लें। यदि संभव हो तो कम से कम 30 मिनट पैदल जरूर चलें और रोज अपने शरीर को कम से कम 15 मिनट सूरज की सीधी धूप में जरूर लाएं। सिर्फ 2-3 हफ्ते इस वेगन डाइट को आजमाकर देखें, परिणाम जरूर मिलेंगे।

खाने में शामिल करें सलाद

दोपहर में खाने के लिए सलाद से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता। करीब 2-3 गाजर, 2 चुकन्दर, आधी पत्तागोभी, एक शिमला मिर्च और 1 या 2 टमाटर लेकर बारीक-बारीक काटकर स्वादानुसार नमक डालकर दोपहर के भोजनकाल में खाएं। हो सकता है शाम होते-होते एक बार फिर आपको भूख सी महसूस हो तो फलों या ड्रायफ्रूट्स या बीजों को चबा लें, शरीर में पुन: ऊर्जा का संचार हो जाएगा और आप बेहतर महसूस करेंगे। सलाद के अलावा दाल का उबला पानी सबसे बेहतर होता है। उबली दाल तैयार करने के लिए चना, अरहर या मूंग में से किसी एक को आधा कप मात्रा में लेकर कुकर में गला दें और इसमें थोड़ी सी हल्दी और स्वादानुसार नमक भी मिला दें। इस उबली दाल पर कच्चे प्याज, धनिया, टमाटर, काली मिर्च और जीरा पाउडर डालकर स्वाद और बेहतर कर सकते हैं।

कुछ खास ध्यान देने योग्य बातें

इस वेगन डाइट की खासियत ये है कि इसमें आप सुझाए खाद्य पदार्थों को जितना मन करे खा सकते हैं, किसी तरह की कोई रोक टोक नहीं, वजह ये कि इस डाइट में भरपूर फाइबर्स हैं। सलाद को 2 से 3 दिन के लिए एक साथ तैयार किया जा सकता है। आप इस दौरान किसी भी तरह के अन्न या जंक का सेवन नहीं करेंगे। इस पूरी डाइट की आजमाइश किसी भी उम्र के व्यक्ति के द्वारा की जा सकती है। इसके एक महीने तक आजमाने के बाद आपको हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कॉलेस्ट्राल और थायरॉयड जैसी समस्याओं में फायदा दिखे तो आश्चर्य करने की जरूरत भी नहीं।

शुरुआती एक सप्ताह जरूर कठिन समय होगा लेकिन ये बात समझ में रखनी होगी कि आप अपना वजन कम करने जा रहें है। वो भी बगैर किसी दवाओं के, सिर्फ अपनी खान-पान की शैली बदलकर, यदि इतने बस से आप दूसरों की तरह फिट हो पाएंगे तो सब संभव है और सबसे खास बात ये है कि इस डाइट में सुझाए गए खाद्य पदार्थों को जितना मन करे खाया जा सकता है।

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