मेरठ। इस सीजन में बंपर चीनी उत्पादन से गद-गद गन्ना विभाग, और चीनी परता बढ़ाना चाहता है। इसके लिए विभाग ने अभी कवायद शुरू कर दी है। किसानों को उन्नतशील प्रजाति का गन्ना बीज मुहैया कराने के लिए विभाग ने 600 उन्नतशील बीज गन्ना गाँव चयनित करने का निर्णय लिया है। कम रकबे में ज्यादा गन्ना उत्पादन से जहां किसानों को लाभ होगा, वहीं गन्ने में चीनी का परता अधिक होने से शुगर इंडस्ट्री को भी फायदा होगा।
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होता है सर्वाधिक महत्व
गन्ना उत्पादन बढाने में उन्नतशील प्रजाति के गन्ना बीज का सर्वाधिक महत्व होता है। अधिकतर किसान अपने खेतों में पुराने बीज से ही बुवाई करते हैं। इसका असर सीधे उसके उत्पादन और चीनी परता पर पड़ता है। इस साल गन्ना उत्पादन और चीनी परता दोनों से ही विभाग काफी खुश है। पिछले पांच सालों में गन्ना उत्पादन और चीनी परता दोनों ही अच्छे नहीं रहे हैं। जिसके चलते शुगर मिल किसानों का भुगतान करने में भी घाटे का रोना रोते रहे हैं।
800 कुंतल प्रति हेक्टेयर पहुंचाने का लक्ष्य
पांच सालों का रिकॉर्ड देखते हुए विभाग ने इस बार कमर कसी है। विभाग ने प्रदेश में गन्ने का औसत उत्पादन 700 से 800 कुंतल प्रति हेक्टेयर पहुंचाने के लिए उन्नतशील प्रजाति का बीज किसानों का मुहैया कराने के लिए कहा है। इसके लिए लिए सूबे के 600 उन्नत बीज गाँव चयनित करने का फैसला लिया है। प्रत्येक मिल क्षेत्र में ऐसे पांच गाँव चयनित होने हैं, जहां उन्नतशील बीज मिल सके।
25 फीसदी ज्यादा उत्पादन वाले गाँव होंगे शामिल
मेरठ मंडल के गन्ना उपायुक्त हरपाल सिंह बताते हैं कि योजना में ऐसे गांवों का चयन किया जाना है। जिन गाँवों में जनपद के औसत गन्ना उत्पादन से 25 फीसदी उत्पादन ज्यादा होगा। इन गांवों में क्षेत्र प्रदर्षनी और पौधशालाओं की स्थापना केवल प्रगतीषील किसानों के यहां स्थापित की जाएगी। उन्नतषील गन्ना ग्रामों में उत्पादित गन्ना बीज में 65 फीसदी नमी एवं ग्लूकोज की मात्रा अधिक से अधिक होना अनिवार्य होगा। इसके लिए अभी से ही रोग मुक्त उन्नतषील और गुणवत्तापूर्ण बीज गन्ना अधिक से अधिक किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।
इस तरह की योजनाओं से किसानों में अच्छी फसल पैदा करने का होड़ लग जाती है। साथ ही संबंधित गाँवों में अच्छी खेती करने की जागरूकता भी आती है। जिनसे अन्य गाँवों के किसानों को भी सीख मिलती है। पहले भी यह प्रयास किया गया था, जिसके परिणाम अच्छे मिले थे।
हरपाल सिंह, गन्ना उपायुक्त
आदर्श भी बनेंगे गाँव
गन्ना उपायुक्त बताते हैं कि मुख्यालय से प्रत्येक जनपद में एक गाँव को आदर्श गाँव बनाने का भी लक्ष्य दिया गया है। आदर्श गाँव में गन्ने का उत्पादन प्रति कृषक 1000 कुंतल प्रति हेक्टेयर से अधिक कराने का लक्ष्य है। इन गांवों में गन्ना वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों द्वारा किसान मेला एवं गोष्ठियों के माध्यम से लक्ष्य पूरा किया जाएगा। इसके लिए भी गाँवों की चयन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पिछले वर्ष भी आदर्श्स गांव का कांसेप्ट था, जिसमें मेरठ जनपद का गढी गाँव चुना गया था।