यूपी 100 ने स्थापना के एक वर्ष पूरे होने पर वहां आने वाली शिकायतों व सूचनाओं के आंकड़े जारी करते हुए बताया कि कुल कॉल में 60 प्रतिशत सूचनाएं और शिकायतें ग्रामीण इलाकों से आती हैं। सबसे ज्यादा 46 प्रतिशत मामले आपसी विवाद और घरेलू हिंसा से जुड़े होते हैं। जबकि गंभीर अपराध से जुड़ी सूचनाएं और शिकायतें सिर्फ 16 प्रतिशत हैं। 10 जनवरी को यूपी 100 का पहला स्थापना दिवस था, जिस मौके पर ये जानकारी दी गई।
एडीजी यूपी 100 आदित्य मिश्रा ने बताया कि यूपी 100 में एक साल में संडे के दिन सबसे ज्यादा सात लाख 22 हजार तीन शिकायतें आईं। दूसरे और तीसरे नंबर पर सोमवार और शनिवार का दिन है। जबकि सबसे कम छह लाख 63 हजार 157 शिकायतें मंगलवार को आईं। मौसम के लिहाज से अप्रैल से जून के बीच यूपी 100 में सबसे ज्यादा शिकायतें और सूचनाएं आईं। शाम को सात से 10 बजे के बीच सबसे ज्यादा मामले आते हैं। कुल कॉल में 60 प्रतिशत सूचनाएं और शिकायतें ग्रामीण इलाकों से आती हैं।
घरेलू हिंसा की सबसे ज्यादा शिकायतें शहरी इलाकों से
यूपी 100 में आने वाली शिकायतों में सबसे ज्यादा 29.74 प्रतिशत मामले आपसी विवाद और 16.41 प्रतिशत मामले घरेलू हिंसा से जुड़े हैं। घरेलू हिंसा में भी सबसे ज्यादा 28.7 प्रतिशत केस वरिष्ठ नागरिकों के साथ हुई घटनाओं के हैं। सीनियर सिटीजन के साथ घरेलू हिंसा की सबसे ज्यादा शिकायतें शहरी इलाकों से आती हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले पारिवारिक विवाद से जुड़े होते हैं। इसके बाद घरेलू हिंसा में 21.6 प्रतिशत मामले पतियों द्वारा पत्नियों को पीटे जाने के हैं। इनके बाद 9.15 प्रतिशत मामले प्रॉपर्टी विवाद के, 6.27 प्रतिशत सड़क हादसों के, 5.77 प्रतिशत चोरी के, 5.66 प्रतिशत महिलाओं से छेड़छाड़ के, 2.87 प्रतिशत जानलेवा हमले के, 2.61 प्रतिशत जुआ से जुड़े, 1.98 प्रतिशत ट्रैफिक जाम के और 1.85 प्रतिशत मामले जान से मारने की धमकी देने के आते हैं।
ट्रैफिक और सड़क हादसों से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें लखनऊ से
यूपी 100 में आने वाली कॉल्स में सबसे ज्यादा दो लाख 26 हजार 952 मामले लखनऊ के हैं। ट्रैफिक जाम और सड़क हादसों से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें भी लखनऊ से हैं। औरैया, हाथरस, फतेहगढ़, महोबा, ललितपुर, शामली, कासगंज, श्रावस्ती, बलरामपुर और बागपत से सबसे कम कॉल्स आई हैं।