लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से महज 40 किमी दूर बीकेटी ब्लॉक में बने गोवंश आश्रय स्थल में व्याप्त दुर्व्यवस्था की खबर को संज्ञान में लेने हुए पशुपालन विभाग ने कार्रवाई की है। विभाग ने भूसे-पानी के साथ पशुओं की उचित देखरेख की जिम्मेदारी गोपालकों को देने के साथ-साथ लापरवाही न बरतने की हिदायत भी दी गई है।
सोमवार को बीकेटी ब्लॉक के शाहपुर बाजार के एक गोवंश आश्रय स्थल में जब गांव कनेक्शन की टीम पहुंची तो वहां के दृश्य आश्चर्यचकित कर देने वाले थे। गांव कनेक्शन ने वहां हो रही लापरवाही को प्रमुखता से उठाया।
बक्शी का तालाब, शाहपुर की गोशाला में पर्याप्त मात्र में भूसा एवं पानी की व्यवस्था है @myogiadityanath @CMOfficeUP @GaonConnection pic.twitter.com/t5rW0nP7ak
— Department of AHUP (@DOAHUP) June 4, 2019
गोवंश आश्रय स्थल में कुछ मवेशी धूप में घूम रहे थे तो कुछ तड़प रहे थे। उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था।
“विभाग से सूचना आने पर टीम गोशाला पर शाम पांच बजे गयी थी। गोशाला पर एक बछड़ा मरा हुआ था, जिसका हमें पोस्टमार्टम किया। गोशाला पर उपयुक्त भूसा और पानी की व्यवस्था की गयी है। जानवरों की देखभाल में ढ़िलाई की जा रही थी तो इस पर ग्राम प्रधान और गोपालकों को ढ़िलाई न बरते जाने को बोला गया है।” पशुपालन विभाग के बीकेटी ब्लॉक के पशुचिकित्सक डॉ. ओपी सोनकर ने बताया।
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प्रधान और गोपालक नहीं रखते ध्यान
महिंगवा पशु चिकित्सक डॉ सुरेश ने बताया कि “इस समय गोशाला में जानवरों की संख्या 132 है। हम समय-समय पर गोशाला में विजिट करते रहते हैं। गोशाला में गोपालक और प्रधान की तरफ से ध्यान नहीं रखा जाता है। रात के वक्त गोशाला में जानवरों को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है और कोई भी देखभाल के लिए नहीं होता है। जानवर के बीमार होने पर भी हमे सूचित नहीं किया जाता है, जिससे हम उसका इलाज कर सके।”