यूपी पंचायत चुनाव: रिटायरकर्मी बना मतदान अधिकारी, चपरासी को पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी

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कन्नौज। यूपी में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 के लिए जो ड्यूटियां लगी हैं, उसे देखकर कोई भी बता देगा कि लगता है अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। तभी तो कई चपरासियों को पीठासीन अधिकारी बनाया गया है, जबकि रिटायर हुए कर्मियों को मतदान अधिकारी के रूप में चुनाव कराने की जिम्मेदारी भी मिल रही है। यह कोई मजाक या चर्चा नहीं, बल्कि कन्नौज जिले की हकीकत है।

कन्नौज में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। इसके लिए आठ अप्रैल से मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। पंचायत चुनाव के लिए सरकारी कर्मियों आदि की जो ड्यूटी लग रहीं हैं उसमें जमकर लापरवाही हुई है। छोटे कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी बना दिया गया है, जबकि वरिष्ठ या अधिक ग्रेड वाले कर्मियों को मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय और तृतीय बनाया गया है। इसका जमकर विरोध भी हो रहा है।

रिटायर प्रिंसिपल बनीं मतदान अधिकारी प्रथम

कन्नौज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बाजार कला की प्रिंसिपल बसंती दुबे 31 मार्च को रिटायर हो चुकी हैं, लेकिन उनकी पंचायत चुनाव में मतदान अधिकारी प्रथम पद पर ड्यूटी लगाई गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी यानि डीएम राकेश कुमार मिश्र के हस्ताक्षर से जारी ड्यूटी आदेश में हवाला दिया गया है कि बसंती दुबे को 11 अप्रैल को शहर के पीएसएम पीजी कॉलेज में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक पंचायत चुनाव का प्रशिक्षण लेना होगा। 19 अप्रैल को वोटिंग कराने के लिए एक दिन पहले सुबह आठ बजे ब्लॉक तालग्राम पहुंचना होगा। यहां से पोलिंग पार्टी मतदान केंद्र एसजीआर महाविद्यालय यदुवंश नगर के लिए निकलेगी।

कई चपरासी बने पीठासीन अधिकारी

कन्नौज शहर के ही कन्या प्राथमिक स्कूल मोहल्ला बाजार कला की सेवक (चपरासी) सोनम के पद और शैक्षिक योग्यता को नजरअंदाज करते हुए उन्हें पीठासीन अधिकारी बना दिया गया है। इनकी ड्यूटी ब्लॉक तालग्राम क्षेत्र के एसजीआर महाविद्यालय में लगी है। नगर क्षेत्र के ही प्राथमिक विद्यालय पकरियाटोला की रूबी बेगम भी सेवक पद पर तैनात हैं। अधिकारियों ने इनको भी पीठासीन अधिकारी पद की जिम्मेदारी दी है। आठ अप्रैल को प्रशिक्षण लेने और ब्लॉक हसेरन क्षेत्र के नादेमऊ स्थित विजय विद्रोही क्रांतिकारी डिग्री कॉलेज में 18 अप्रैल को पहुंचकर 19 अप्रैल को मतदान कराने का आदेश जारी हुआ है। नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय कन्नौज में तैनात सेवक धर्मेंद्र कुमार को भी पीठासीन अधिकारी बनाकर 10 अप्रैल को प्रशिक्षण लेने और ब्लॉक सौरिख क्षेत्र के गंगा सिंह महाविद्यालय सुल्तानपुर में ड्यूटी करने का आदेश जारी हुआ है।

जिसका तबादला हो गया उसकी भी लगा दी ड्यूटी

नगर शिक्षा अधिकारी श्याम मोहन अस्थाना को जब गलत तरीके से ड्यूटी लगने की जानकारी हुई तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम पत्र लिखा है। उसमें कहा है कि ‘शहर के मोहल्ला लुधपुरी स्थित प्राथमिक विद्यालय के हेड टीचर आदित्य कुमार का अंतरजनपदीय तबादला बाराबंकी हो चुका है, लेकिन पंचायत चुनाव कराने के लिए पत्र जारी हुआ है।’ उन्होंने आगे कहा है कि ‘पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरायमीरा की सेविका गनियां फातिमा बिना किसी सूचना के करीब दो महीने से अनुपस्थित चल रहीं हैं, इनको भी पीठासीन अधिकारी बनाया गया है।’

क्या कहते हैं शिक्षक संघ पदाधिकारी

बेसिक शिक्षा विभाग के टीचरों का संगठन यूटा के संरक्षक विवेक कुमार सिंह कहते हैं कि ‘पंचायत चुनाव में जो ड्यूटी लगी हैं, उसमें कई विसंगतियां हैं। इसको लेकर उन्होंने डीडीओ एनबी सविता से मुलाकात की है।’ जिला महामंत्री पंकज सिंह बताते हैं कि ‘कम पढ़े-खिले सरकारी कर्मियों को चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी मिली है, जबकि वरिष्ठजनों को उनके नीचे काम करने का आदेश जारी हुआ है, इसे दूर किया जाए।’

कन्नौज के जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कहा, “त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान कर्मियों की ड्यूटी साफ्टवेयर से लगी है। उसमें दिक्कत होने की वजह से ऐसा हुआ है। अब जिला निर्वाचन अधिकारी को सुधार का अधिकार दे दिया गया है। अगर कोई विसंगतियां हैं, तो दूर किया जाएगा। मतदान अधिकारी द्वितीय को हर वोटर को चार-चार बैलेट पेपर देने होंगे, उसे ही जिम्मेदारी का काम ज्यादा करना है। वैसे अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी को कोई चुनाव ड्यूटी मिली है तो उसे जिम्मेदारी के साथ निभाएं।”

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