अभ्यर्थियों के लिए जरूरी बातें
- 26 जून: ऑनलाइन साफ्टवेयर के जरिए होगा चयन और जिलों का आवंटन
- 28 व 29: चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच होगी
- 30 जून: जारी किए जाएंगे अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र
- एक समय में पांच शिक्षकों की होगी काउंसलिंग
- मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का रखना होगा ध्यान
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। नियुक्ति का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती काउंसलिंग की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया गया है। यूपी सरकार ने कहा कि 28 और 29 जून को अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच होगी जबकि 30 जून को शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
प्राइमरी स्कूलों में खाली करीब 6 हजार सहायक अध्यापकों के पदों पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के एनआईसी के ऑनलाइन साफ्टवेयर के जरिए 26 जून को चयन व जनपद आवंटन सूची जारी की जाएगी, जबकि 28 व 29 जून को अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए जनवरी 2019 में सहायक अध्यापक के पद पर परीक्षा का आयोजन किया गया था। 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया के दौरान सामान्य श्रेणी व अनुसूचति जाति के पद खाली रह गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में रिक्त पदों एवं अनुसूचित जनजाति के पूर्व से रिक्त पदों पर एनआईसी द्वारा 26 जून को प्राप्त आवंटन सूची का प्रकाशन किया जाएगा। 28 से 29 जून के मध्यप अभ्यर्थियों के अभिलेखों (रिकॉर्ड) की जांच की जाएगी और 30 जून को अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
लखनऊ में गुरुवार (24 जून) हुई हुई उच्च स्तिरीय बैठक के दौरान शिक्षक भर्ती काउंसलिंग के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। काउंसलिंग में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और सेनीटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने को कहा गया है। प्रदेश सरकार ने निर्देश दिए हैं कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन न कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्ती कार्रवाई की जाए।
69 हजार शिक्षक भर्ती के दौरान आयोजित होने वाली काउंसलिंग कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत होगी। योगी आदित्यनाथ सरकार ने अधिकारियों को काउंसलिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्कध व सेनीटाइजर के इस्तेहमाल का सख्तील से पालन करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए काउंसलिंग के दौरान एक बार में 5 अभ्यर्थियों को अंदर बुलाए जाने की हिदायत अधिकारियों को दी गई है।
सरकारी बयान में कहा गया है कि सरकार परिषदीय स्कूलों (प्राइमरी) में शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए लगातार शिक्षकों की भर्ती कर रही है ताकि छात्रों को बेहतर हासिल हो सकें। अब तक प्रदेश सरकार 1.25 लाख शिक्षक भर्ती कर चुकी है।