लखनऊ। उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों की कर्ज़माफी से लेकर एमएसपी पर धान-गेहूं खरीद और गन्ना भुगतान के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि किसानों से लोक कल्याण पत्र में किया गया वादा पूरा हुआ। यूपी सरकार ने कहा कि भाजपा ने कृषि विकास का जो संकल्प लिया थे सरकार ने उसे 4 साल में पूरा कर दिखाया।
भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों में अपने घोषणा पत्र (लोक कल्याण संकल्प पत्र lok kalyan sankalp patra 2017) में किसानों की कर्ज़माफी समेत कृषि और किसानों के उत्थानों के लिए कई वादे किए थे जिसके बाद सत्ता में ही वादे के मुताबिक 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ किया गया था। सरकार ने अपने बयान में कहा कि 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये के ऋण मोचन (loan waiver ) से शुरू हुआ सिलसिला प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PMKSN) और फसल बीमा योजना से लेकर रिकॉर्ड कृषि उत्पाेदन और अनाज खरीद तक जारी है।
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक एक तरफ जहां प्रदेश सरकार की नीतियों और किसानों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से भेजी गई मदद के चलते कृषि उत्पादन बढ़ा हैं वहीं रिकॉर्ड खरीद करके किसानों को एमएसपी का लाभ दिया गया है। बयान के मुताबिक राज्यउ सरकार ने 4 साल में 45.74 लाख गन्नाष किसानों को 1 लाख 40 हजार करोड रुपये का भुगतान किया है। यह बसपा सरकार से दोगुना और सपा सरकार के कार्यकाल में किए गए गन्ना. भुगतान के मुकाबले डेढ़ गुना अधिक है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ा कृषि उत्पादन
सरकारी बयान के मुताबिक कृषि, किसान और खेतिहर मजदूर तीनों के विकास का वादा पूरा करते हुए योगी सरकार ने न सिर्फ रिकार्ड अनाज उत्पाएदन और खरीद का रिकार्ड बनाया बल्कि खरीद प्रक्रिया से बिचौलियों को बाहर करते हुए 72 घंटे में किसानों के खातों में सीधा भुगतान किया।
वर्ष 2014-2015 – 389.28 लाख मीट्रिक टन
वर्ष 2016-2017 – 557.46 लाख मीट्रिक टन
वर्ष 2018-2019 – 604.15 लाख मीट्रिक टन
वर्ष 2019-2020 – 601.84 लाख मीट्रिक टन
वर्ष 2020-2021 – 624.19 लाख मीट्रिक टन
धान खरीद (विपणन- वर्ष 2020-21)
कुल केन्द्रों की संख्या– 4,453
कार्यकारी लक्ष्य (लाख मीट्रिक टन)- 55.000000
किसानों की संख्या जिनसे खरीद हुई- 13,05,929
कुल खरीद (मीट्रिक टन)- 6684277.433290
कुल भुगतान (धनराशि)- 124918880242.07 रुपए
मक्का खरीद (विपणन वर्ष 2020-21)
कुल केन्द्रों की संख्या- 110
कार्यकारी लक्ष्य (लाख मीट्रिक टन)- 18.000000
किसानों की संख्या जिनसे खरीद हुई– 24,859
कुल खरीद (मीट्रिक टन)- 106412.680000
कुल भुगतान (धनराश)- 1968634580 रुपए
यूपी में गेहूं खरीद (विपणन वर्ष 2020-21)
कुल केन्द्रों की संख्या– 5678
किसानों की संख्या जिनसे खरीद हुई– 1298284
कुल खरीद (मीट्रिक टन)- 5641202.205260
कुल भुगतान (धनराशि)– 111411898765.17 रुपए
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उत्तर प्रदेश में गन्ना भुगतान
अब तक कुल 137,891 करोड़ रुपए का गन्ना मूल्य भुगतान हुआ।
पेराई सत्र 2019-20 में संचालित सभी 119 चीनी मिलों का शत-प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान सुनिश्चित कराया जा चुका है।
पेराई सत्र 2018-19 में संचालित सभी 119 चीनी मिलों का शत-प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान सुनिश्चित कराया जा चुका है।
पेराई सत्र 2017-18 के कुल देय गन्ना मूल्य रू. 35,463.71 करोड़ के सापेक्ष रू. 35,442.14 करोड़ का भुगतान कराया जा चुका है, जो कुल देय का 99.94 प्रतिशत है।
सरकारी बयान के मुतिबक पिछले 4.5 वर्षों में कृषि क्षेत्र में योगी सरकार की प्रमुख उपलब्धियां
1.कृषि विकास की दिशा में योगी सरकार के बड़े कदम
2.गोवंश आधारित जीरो बजट खेती को मिला प्रोत्साहन
3.भदोही और गोरखपुर में वैटेनरी विश्वविद्यालय का प्रस्तामव
4.गन्ना और चीनी उत्पादन में उत्तरप्रदेश का देश में प्रथम स्थान
5.देश के कुल चीनी उत्पादन में लगभग 50% हिस्सेदारी
6.कोरोना काल में भी 119 चीनी मिलों का कराया सफल संचालन
6.रमाला, बागपथ चीनी मिल की पेराई क्षमता हुई 5,000 टीसीडी
7.पिपराइच, गोरखपुर में 5,000 टीसीडी क्षमता की नई चीनी मिल
8.मुंडेरवा, बस्ती में 5,000 टीसीडी पेराई क्षमता की नई चीनी मिल
9- 91 चीनी मिलों को लॉकडाउन में सेनेटाइजर बनाने का लाइसेंस
10.गन्ना मिलों द्वारा 1500 करोड़ रुपए की बिजली का उत्पादन
11.मुंडेरवा, बस्ती में 5,000 टीसीडी का सल्फरलेस चीनी मिल शुरू
12.पिपराइच में 5,000 टीसीडी का सल्फरलेस चीनी मिल शुरू