भोपाल (मध्यप्रदेश)। मध्यप्रदेश में सोयाबीन उगाने वाले किसानों पर संकट के बादल छा रहे हैं। सूखे के बाद सोयाबीन की फसल में तेजी से रोग लग रहा है। सूखा रोग लगने के बाद हरदा के राकेश सारण ने अपनी खड़ी 6 एकड़ फसल जुतवा दी है।
भारत में सबसे ज्यादा दालें मध्यप्रदेश में होती हैं और सोयाबीन उत्पादन में भी मध्यप्रदेश पिछले कई वर्षों ने नंबर वन है। लेकिन इस बार ये फसल रोग की चपेट में आ रही है।
“पत्तियां तो हरी-हरी थी लेकिन फलियों में कुछ था नहीं, कहीं दाने नजर नहीं आ रहे थे, इसलिए आज पूरी फसल जुतवा दी। बहुत नुकसान हो गया है। ये मानकर चलो 90 हजार से एक लाख तक नुकसान हो गया है।” हरदा तहसील में पिड़गाओं निवासी राकेश सारण फोन पर बताते हैं।
राकेश सारण बताते हैं, “फसल में रोग लगते देख मैंने पटवारी को फोन किया था, वो बीमार था नहीं आ पाया। लेकिन कृषि अधिकारी और स्थानीय विधायक खुद आए थे, सबसे कहा फसल में दम नहीं नहीं बची है। जुतवा दो। अब आगे देखते हैं मुआवजे का क्या होता है।”
राकेश सारण के अलावा मध्यप्रदेश के कई दूसरे इलाकों में भी सोयाबीन की फसल में रोग लगने की ख़बर आ रही है। कृषि जानकारों के मुताबिक ये नुकसान इल्ली नाम कीट से हुआ है, जो पत्तियों का रस चूस लेते हैं। आम यूनियन से जुड़े राम इऩानिया ने बताया, प्रदेश में सैकड़ों किसानों का इल्लियों से नुकसान हुआ है, सरकार जल्द से जल्द मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।”