गांव कनेक्शन संवाददाता
लखनऊ। किसान धान की फसल के लिए अभी से सिंचाई व्यवस्था कर सकते हैं। इसके लिए वर्तमान समय में सोलर वॉटर पंप सबसे अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं। इसे पाने के लिए किसान को सबसे पहले एक आवेदन पत्र भरना होगा और अगर किसान ने पारदर्शी योजना में अपना पंजीकरण नहीं कराया है तो वह पहले कराना होगा।
खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
इस बारे में डिप्टी डायरेक्टर डीएम त्रिपाठी बताते है, “एक बार पंजीकरण हो जाने पर पंजीकरण संख्या मिल जाती है जिसे किसानों को अपने पास सुरक्षित रखना होता है। संख्या के ज़रिए ही किसान सोलर वाटर पंप के लिए आवेदन कर सकता है।” यह आवेदन कभी भी किए जा सकता है और सरकार लाभार्थी चुनने के लिए पहले आओ पहले पाओ का फॉर्मूला अपनाती है। इसलिए किसान जितना जल्द आवेदन करेगा उसके लाभार्थी सूची में चुने जाने की संभावना उतनी ज्यादा होगी। सरकार द्वारा ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने के बाद किसान सोलर वाटर पंप के अलावा बीज और खाद भी इसी तरह से बुक करा सकता है।
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को दो हॉर्सपावर, तीन हॉर्सपावर और पांच हॉर्सपावर वाले सोलर पंप अनुदान दे रही है। इसमें दो और तीन हॉर्सपावर वाले पंपों पर 75 प्रतिशत और पांच हॉर्सपावर वाले सोलर पंप पर 50 प्रतिशत अनुदान पर लाभार्थी को दिया जायगा। डीएम त्रिपाठी बताते हैं, “किसानों को पंजीकरण कराने के लिए अपने साथ खतौनी, बैंक पासबुक और पहचान पत्र के साथ उनकी फोटोकॉपी ले जाकर अपने ब्लॉक आफिस से पंजीकरण करा सकता है।
इसके बाद लाभार्थी का चयन हो जाने पर उसके द्वारा चुने गए सोलर वॉटर पंप को लगवाने के लिए उसे एक डिमांड ड्रॉफ्ट बनवा कर जमा करना होगा। जिसके बाद सोलर वॉटर पंप उसके खेत या बताई गई जगह पर कंपनी द्वारा लगा दिया जाएगा।”
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।