प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का नींव रखते हुए आज भूमिपूजन किया। इस भूमिपूजन कार्यक्रम में उनके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित रहें। इसके अलावा देश भर से आए अलग-अलग धर्मों और संप्रदायों के तमाम धर्मगुरु भी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी बने जिसमें बाबा रामदेव, साध्वी ऋतम्भरा, उमा भारती और बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी प्रमुख हैं।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दिल्ली से लखनऊ और फिर विशेष विमान द्वारा अयोध्या पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने रामलला के मंदिर पहुंचकर उन्हें साष्टांग प्रणाम किया और पुष्प अर्पित कर उनकी पूजा अर्चना की। उससे पहले वह हनुमानगढ़ी भी गए। उसके बाद वह राम मंदिर परिसर कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित हुए जहां भव्य राममंदिर के लिए भूमिपूजन और शिलान्यास होना था। लगभग आधे घण्टे की पूजा के बाद ठीक 12 बजकर 44 मिनट और 6 सेकंड पर उन्होने मंदिर के गर्भगृह में पत्थर और ईंट रखकर राम मंदिर की नींव रखी। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर शंखों की आवाज से गूंज उठा।
भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद हुए संबोधन में उन्होंने इस घटना को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “आज देश के लोगों के सहयोग से राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ है, जैसे पत्थर पर श्रीराम लिखकर रामसेतु बना, वैसे ही घर-घर से आई शिलाएं श्रद्धा का स्त्रोत बन गई हैं। यह न भूतो-न भविष्यति है। भारत की यह शक्ति पूरी दुनिया के लिए अध्ययन का विषय है।”
उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे ट्रस्ट ने इस ऐतिहासिक पल के लिए आमंत्रित किया, इसलिए मेरा आना स्वभाविक था। आज इतिहास रचा जा रहा है, आज पूरा भारत राममय है, हर मन दीपमय है। बरसों तक रामलला टेंट में थे, लेकिन अब भव्य मंदिर बनेगा। 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता आंदोलन और शहीदों की भावनाओं का प्रतीक है, ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई-कई सदियों तक पीढ़ियों ने प्रयास किया है, आज का यह दिन उसी तप-संकल्प का प्रतीक है।
इस अवसर पर राम मंदिर का एक डाक टिकट भी जारी किया गया और पीएम मोदी को भगवान राम की एक मूर्ति भी भेंट की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लगभग पांच सदी (500 साल) के बाद आज 135 करोड़ भारतवासियों का संकल्प पूरा होने जा रहा है और देश में लोकतांत्रिक तरीके से मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस घड़ी की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियां गुजर गई। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूझबूझ और प्रयासों के कारण ही हो पाया है। इसके साथ ही अयोध्या में विकास कार्य भी हो रहा है।