कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बाद लगभग एक साल से बंद उत्तर प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल अब क्रमिक रूप से खुलने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश शासन ने माध्यमिक स्कूलों (कक्षा 6 से 8) को 15 फरवरी और प्राथमिक स्कूलों (कक्षा 1 से 5) को एक मार्च से खोलने का आदेश दिया है। हालांकि कोविड महामारी को देखते हुए अभी भी सोशल डिस्टेंसिंग के सभी मानकों का पालन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार स्कूलों में फिर से पढ़ाई शुरू कराने पर विचार करने को कहा था। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने यह प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। हालांकि सीएम योगी ने पढ़ाई शुरू करने से पहले अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की स्थिति का आंकलन करने के भी निर्देश दिए हैं। ऐसा भी हो सकता है कि किसी विशेष जिले या क्षेत्र में अगर कोरोना महामारी का प्रकोप अब भी बड़े पैमाने पर बना हो, तो वहां स्कूल नहीं खोले जाएं। इसके अलावा जहां स्कूल खुलेंगे भी वहां पर कोविड और सोशल डिस्टेंसिंग के सभी मानकों का पालन किया जाएगा और सीमित संख्या में ही रोटेशन के आधार पर बच्चों को स्कूलों में बुलाया जाएगा। 4 फरवरी के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब कोरोना के सिर्फ 4,765 एक्टिव मामले हैं।
आपको बता दें राज्य में पहले से ही कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं को खोला जा चुका है और रोटेशन के आधार पर सीमित विद्यार्थी स्कूलों में जाते हैं। उत्तर प्रदेश शासन के इस आदेश के बाद से प्राइवेट स्कूलों को खुलने की राह भी खुल जाएगी। अभी तक सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन आधार पर पढ़ाई हो रही है।
राज्य के अनऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह प्राइवेट स्कूलों के लिए ये राहत भरी खबर है। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित किया जाएगा कि फिर से खुलने के बाद सभी प्राइवेट स्कूल कोविड 19 को लेकर जारी एसओपी का पालन करें। उन्होंने यह भी बताया कि सभी स्कूलों में अभी सिर्फ तीन घंटे के लिए ( सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक) ही कक्षाएं चलेंगी और सीमित बच्चों को ही स्कूलों में बुलाया जाएगा। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों से भी लिखित अनुमति ली जाएगी।”
स्कूली शिक्षा पर काम करने वाली संस्था ऑक्सफैम इंडिया ने भी इस पहल का स्वागत किया है। ऑक्सफैम इंडिया की स्वास्थ्य और शिक्षा इकाई की प्रमुख एंजेला तनेजा ने गांव कनेक्शन से बातचीत करते हुए कहा, “हम भले ही कितना भी डिजिटल इंडिया और ऑनलाइन पढ़ाई की बात कर लें, लेकिन देश का एक बड़ा तबका अभी भी इससे अछूता है। इसलिए जरूरी है कि सभी सावधानियों को बरतते हुए स्कूलों को फिर से खोला जाए, जैसा कि ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों के कई आदिवासी इलाकों में हो रहा है।”
आपको बता दें कि गुजरात, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, ओडिशा और आंध्र प्रदेश सहित देश भर के 10 राज्यों में एक फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं। अब उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र भी स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी में हैं।
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