सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा- कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित हुए तो क्या करेंगे?

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि सरकार को देशभर में ऑक्सीजन सप्लाई पर ध्यान देना चाहिए। यह भी कहा कि ऑक्सीजन का ऑडिट करवाने और इसके अलॉटमेंट के तरीके पर भी विचार करने की जरूरत है।
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देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है। रोज आने वाले संक्रमण के नए मामले अब  चार लाख से ज्यादा पहुँच गए हैं। इस बीच वैज्ञानिक लगातार चिंता जता रहे हैं कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। इसे सुप्रीम लेकर कोर्ट ने भी चिंता जाहिर की है। देश की शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार से पूछा है कि इसे लेकर आपकी क्या तैयारी है। कोर्ट ने यह भी पूछा कि इस लहर में जब बच्चे कोरोना से संक्रमित होंगे तो मां-बाप क्या करेंगे?

सुप्रीम कोर्ट ऑक्सीजन की कमी को लेकर गुरुवार 6 मई को सुनवाई कर रहा था। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को ऑक्सीजन सौंपे जाने के लिए बनाए गया प्लान को कोर्ट में सौंपा। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आना बाकी है। ऐसे में दिल्ली में ऑक्सीजन का संकट नहीं होना चाहिए।

कोर्ट ने कहा कि बच्चों के टीकाकरण के लिए भी तैयारी करनी चाहिए। टीकाकरण अभियान में अब बच्चों के लिए भी सोचना चाहिए। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे नहीं कि केंद्र की गलती है, हम चाहते है कि वैज्ञानिक ढंग से नियोजित ढंग से तीसरे वेव से निपटने की जरूरत है।

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि सरकार को देशभर में ऑक्सीजन सप्लाई पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा यह भी कहा कि ऑक्सीजन का ऑडिट करवाने और इसके अलॉटमेंट के तरीके पर भी विचार करने की जरूरत है। कोर्ट ने पूछा है कि आज से सोमवार के बीच क्या होगा? आपको ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ानी चाहिए। दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देनी ही चाहिए। इस वक्त हेल्थ प्रोफेशनल पूरी तरह थक चुके हैं। आप बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे सुनिश्चित करेंगे? 

कोर्ट के इस सवाल के जवाब में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन का काफी स्टॉक है। राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य भी ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई की मांग कर रहे हैं। अगर दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देंगे तो दूसरे राज्यों की सप्लाई में कटौती करनी होगी। हम दूरदराज के गांवों को लेकर भी चिंतित हैं।

जानकर अब कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं। मोदी सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. राघवन ने बुधवार को बताया कहा था कि कोरोना की तीसरी वेव निश्चित तौर पर आएगी इसलिए सरकार को इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह वायरस बढ़ रहा है, उसे देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर को कोई नहीं रोक सकता। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि यह कब आएगी और कैसे तथा किसे इफेक्ट करेगी, इस बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता।

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