अरविंद शुक्ला
लखनऊ। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्र संघ की अध्यक्ष ऋचा सिंह ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ऋचा ने सवाल उठाते हुए कहा, “आखिर केंद्रीय यूनिवर्सिटी क्यों विवादों में आ रही हैं? ये छात्र-छात्राओं की आवाज को दबाने की कोशिश है।”
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से रानी लक्ष्मीबाई सम्मान लेने लखनऊ पहुंची ऋचा ने गाँव कनेक्शन को बताया, “मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप सोची-समझी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। आवाज़ उठाने वाले छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें अलग-अलग तरीके से डराने की कोशिशें हो रही हैं।”
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला छात्र संघ अध्यक्ष के खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन को शिकायत मिली है कि ऋचा सिंह का एडमिशन गलत तरीके से हुआ है। मामला सामने आते ही प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए।
वहीं ऋचा का कहना है कि क्योंकि वो लगातार यूनिवर्सिटी में हो रही गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने ऋचा को रानी लक्ष्मी बाई सम्मान पुरस्कार के लिए चुना है। सम्मान मिलने से खुश ऋचा ने कहा, “ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को राजनीति में आना चाहिए।” ऋचा मामले पर बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भी सवाल खड़े किए थे।