वूमेन पावर लाइन के कर्मी ‘हीरो’: डीजीपी

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लखनऊ। वूमेन पावर लाइन की कार्यप्रणाली समझने पहुंचे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने यहां पर काम कर रहे लोगों को ‘हीरो’ बताया। उन्होंने यहां पर कर्मियों की संख्या भी जल्द बढ़ाने का आश्वासन दिया।

हाल ही में डीजीपी बने जावीद अहमद रविवार दोपहर को गोमती नगर स्थित 1090 के ऑफिस पहुंचे। यहां पर बने सभी कक्षों में जाकर उन्होंने वूमेन पावर लाइन की कार्यप्रणाली देखी। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया, ”15 नवंबर 2012 को पावर लाइन की शुरुआत हुई थी। अभी तक यहां पर चार लाख 47 हजार मामले आए और इनमें से 99 प्रतिशत से अधिक मामलों का निस्तारण किया जा चुका है।” उन्होंने बताया, ”मैंने खुद अभी पश्चिमी यूपी की एक लड़की से फोन पर पुष्टि की तो उसने बताया कि सात-आठ दिनों से उस लड़के ने उसको परेशान नहीं किया है।” वो आगे बताते है, ”नए वर्ष पर यहां पर आई शिकायतों से चिन्हित किए गए मनचलों को मैसेज भेजा गया कि अब कहीं आप अपने मोबाइल से किसी को परेशान तो नहीं करते, ये इसलिए किया गया क्योंकि उन्हें ये पता चले कि हम अभी भी उन पर नज़र रखे हैं।”

गाँव कनेक्शन संवाददाता ने जब पुलिस महानिदेशक ने पूछा कि ग्रामीण अंचलों में अभी लड़कियों को 1090 की जानकारी नहीं है और जिनको जानकारी भी है, उन्हें विश्वास नहीं है कि उनकी समस्याओं का समाधान यहां हो पाएगा, इस पर उन्होंने बताया, ”इस संबंध में चर्चा जारी है। गाँव तक प्रसार की नई योजनाएं बनाई जाएंगी।” शक्ति एप पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए आईजी नवनीत सिकेरा ने बताया कि थानाध्यक्षों के पास एंड्रायड फोन न होने के कारण अभी हम इस एप को बहुत अधिक प्रचारित नहीं कर पा रहे हैं।

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