बाराबंकी। देवां मेला में दो घोड़े चर्चा का विषय बने हुए हैं, क्योंकि इनमें रेन्बो की कीमत बीएमडब्लयू कार से ज्यादा है।
मशहूर पशु बाज़ार में घोड़े की अलग-अलग नस्लें देखने को मिली। जिसमें रेन्बो (पांच वर्ष) और रॉबर्ट (आठ वर्ष) नाम के घोड़ों ने अपनी खास पहचान बनाई, जो ङ्क्षसधी नस्ल के हैं। मेले में जिनकी कीमत इस समय 50 लाख रुपये तक आंकी गई है। लेकिन घोड़ों के मालिक ने इनको बेचने से साफ मना कर दिया।
फैजाबाद जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर रोनहई गाँव के रहने वाले सरफराज़ अहमद (45 वर्ष) बताते हैं, ”हम लोग घोड़ा पालने के शौकीन हैं, हमारे दादा-परदादा यहां पर आते थे इसलिए हम लोग हर साल अपने घोड़ों को लेकर देवा मेले में आते हैं। जिससे मेले में घोड़ों की पहचान बनी रहे। सरफराज़ आगे बताते हैं, ”रेन्बो और रॉबर्ट (घोड़ों के नाम) को दूध और चोकर काफी पसंद है और इनके रखरखाव के लिए महीने का खर्च 40 से 50 हज़ार है। दोनों घोड़े काफी नखरीले हैं।
रेन्बो और रॉबर्ट के घुड़सवार शरीफ (45 वर्ष) प्रतापगढ़ के चमकपुर गाँव के रहने वाले हैं। जो 11 वर्ष की उम्र से ही घुड़सवारी कर रहे हैं। रॉबर्ट और रेन्बो को इन्होंने ही ट्रेङ्क्षनग दी है। जिसकी वजह से ये रफ्तार में काफी तेज़ हैं, जिसकी वजह से इन घोड़ों ने काफी जिलों में हुई प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की है।
क्या है खासियत
- अच्छी रफ्तार है।
- देखने में काफी आकर्षक हैं।
- खाने में दूध चोकर के शौकीन हैं।
- जि़लास्तर पर होने वाली कई प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की है।