महमूदाबाद। छेड़छाड़ करने की जगह उसके पिता ने शोहदों से मुंह मोड़ने के लिए कहा। मगर वह नहीं मानी। अर्चना त्यागी (17 वर्ष) महमूदाबाद के यूनाइटेड इंटर कॉलेज में 12वीं कक्षा की छात्रा है।
कुछ दिनों पहले स्कूल से चंद कदम की दूरी पर स्थानीय बाज़ार से घर लौटते समय अर्चना को कुछ लड़कों ने अश्लील गीत बजाकर छेड़ने की कोशिश की। उसके प्रतिरोध के बाद पिता ने उसको पीछे हटने को कहा। मगर वह नहीं मानी। उसने स्वयं प्रोजेक्ट के हमारे प्रतिनिधियों के सामने इस शिकायत को मजबूती से उठाया।
अर्चना बताती है, ‘’मैंने उस समय तो उनसे कुछ नहीं कहा पर दूसरे दिन उसी रास्ते से गुज़रते वक्त उन्होंने फिर वही हरकत की, तो अर्चना ने भी लड़कों को तीखे शब्दों में जवाब दिया और घर वालों से भी यह बात बताई।’’
अर्चना की बात सुनकर उनके पिता नत्थूलाल त्यागी ने उसे बाज़ार के रास्ते स्कूल भेजना बंद कर दिया और दोबारा उन लड़कों से न उलझने की बात कही। शोहदों से परेशान की गई अर्चना ही अकेली लड़की नहीं है बल्कि क्षेत्र के इंटर कॉलेजों में बड़ी कक्षाओं में पढ़ने वाली अधिकांश छात्राओं को रोज़ाना इसी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
अर्चना की ही तरह प्रकाश विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की मोनिका देवी बताती हैं कि उनकी कक्षा की सभी छात्राएं छुट्टी होने के वक्त अकेले ना निकलकर एकसाथ ही निकलती हैं। डर की ये स्थिति लंबे समय से बनी हुई है।
महमूदाबाद तहसील में महिला छेड़खानी के मामलों पर थाना प्रभारी महमूदाबाद थाना प्रभारी, रमेश चंद्र बताते हैं, ‘’तहसील के हर क्षेत्र और मुख्यरूप से स्थानीय बाज़ारों में हमारे विभाग के लोग तैनात हैं। अगर ऐसी कोई भी समस्या है, तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा और विभागीय अधिकारियों को सूचित किया जाएगा।’’ इस समस्या पर तहसीलदार, महमूदाबाद दिनेश कुमार बताते हैं, ‘’यहां इंटर कॉलेजों की संख्या बहुत ज़्यादा है पर अभी तक छेड़खानी का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। अर्चना की बात को हम सुभाषनगर थाने तक पहुंचाएंगे।’’
महिला अपराध में यूपी तीसरे नंबर पर
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं पर होने वाले अपराध के मामले में उत्तरप्रदेश तीसरा पायदान पर है। पहला आंध्र प्रदेश और दूसरा पश्चिम बंगाल का है। यूपी में इन आकड़ों का प्रतिशत 10.1 है, तो आंध्र प्रदेश का 32.4 और पश्चिम बंगाल का 29 फीसदी है।
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क