सुल्तानपुर। गंभीर वित्तीय अनियमितता की शिकायतों के बाद भी प्रशासन ग्राम प्रधानों की महीनों से चल रही जांच में अभी तक कोई निर्णय नहीं ले सका है। करीब 50 ग्राम प्रधानों की जांच, महीनों से जांच अधिकारियों के पास लंबित पड़ी हैं।
ग्राम पंचायतों में गंभीर किस्म की अनियमितता के मामले में प्रशासन अभी तक निर्णय नहीं ले सका है। महीनों से ग्राम प्रधानों की शुरू जांच अधिकारियों के यहां लंबित पड़ी हैं। सूत्रों की मानें तो इनकी संख्या करीब आधा सैकड़ा है। जांच के लिए गठित समिति प्रकरणों पर अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं दे सकी है। करीब 12 प्रकरण ऐसे बताए जा रहे हैं जिसमें जांच पूरी होने के बाद दोबारा जांच कराई जा रही है। इसमें जयसिंहपुर, कूरेभार, कुड़वार समेत तकरीबन सभी विकास खंडों की शिकायतें हैं। शिकायतों में मनरेगा, आवास आवंटन में गड़बड़ी के साथ ग्राम समाज की भूमि कब्जा करने संबंधी प्रकरण भी हैं। प्रसाधन निर्माण संबंधी शिकायतें भी आधा सैकड़ा से अधिक गांवों में हैं।
जयसिंहपुर के सहादतपुर समेत दर्जनों गांवों के प्रकरण कुछ ऐसे हैं जिसमें प्रक्रिया पूरी होने के बाद कमेटी नहीं बन सकी।
अधिकारियों ने ऐन-प्रकारेण प्रकरण को चुनाव तक पहुंचा दिया। चुनाव के पहले जांचों को निराकरण नहीं होने से शिकायतकर्ताओं को निराश होना पड़ा है।