लखनऊ। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार धान और दलहन का रकबा बढ़ा है। कृषि मंत्रालय के अनुसार बेहतर मानसून के कारण मुख्य खरीफ फसल, धान की बुवाई ने तेजी पकड़ी है और इस फसल की खेती का कुल रकबा चालू वर्ष में छह प्रतिशत बढ़कर 81.93 लाख हेक्टेयर हो गया है।
दलहन खेती के रकबे में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है जहां किसानों ने खरीफ सत्र 2016-17 में करीब 46 लाख हेक्टेयर में इसकी बुवाई की है जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 36.44 लाख हेक्टेयर में की गई बुवाई से 26 प्रतिशत अधिक है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार जून में दक्षिण पश्चिम मानसून में करीब 11 प्रतिशत की कमी थी। लेकिन बरसात की स्थिति में सुधार आया और जुलाई के पहले सप्ताह में 35 प्रतिशत की अधिक बरसात हुई है। उत्तर प्रदेश के अपर कृषि निदेशक डॉ राजा सिंह बताते हैं, “रकबा बढ़ने का एक कारण ये भी है अभी तक लगातार सूखा पड़ रहा था ऐसे में किसान दलहन की पैदावार करने लगा क्योंकि इसमें पानी की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती। दलहन की खेती के लिए किसानों को बढ़ावा दिया जा रहा था।”
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “देश के विभिन्न भागों में बेहतर बरसात होने से बुवाई अभियान में तेजी आई है। बुवाई के रकबे में कमी का अंतर घटा है। बुवाई की स्थिति में आगे और सुधार आने की उम्मीद है।” मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार खरीफ सत्र 2016-17 तक धान फसल की बुवाई 81.93 लाख हेक्टेयर में की गई है जो बुवाई का रकबा वर्ष भर पहले की समान अवधि में 77.31 लाख हेक्टेयर था। देश के आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और अन्य कई राज्यों में भी बुवाई का रकबा बढ़ा है।
हालांकि मोटे अनाजों, तिलहनों और कपास की बुवाई का रकबा पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले पीछे चल रहा है। मोटे अनाजों की बुवाई पिछले साल के 77.80 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस बार कम यानी 75.02 लाख हेक्टेयर है जबकि तिलहन खेती का रकबा पूर्व वर्ष की समान अवधि के 101.5 लाख हेक्टेयर के मुकाबले कम यानी 82.28 लाख हेक्टेयर ही है।
सोयाबीन का रकबा कम
चालू वर्ष में अभी तक तिलहनों में सोयाबीन खेती का रकबा कम यानी 59.88 लाख हेक्टेयर है जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 75.39 लाख हेक्टेयर था। नकदी फसलों में कपास खेती का रकबा 67.89 लाख हेक्टेयर है जो पहले 87.83 लाख हेक्टेयर था। लेकिन गन्ना खेती का रकबा मामूली अधिक यानी 45.78 लाख हेक्टेयर है जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 43.68 लाख हेक्टेयर था।
खरीफ सत्र 2016-17 में अभी तक कुल खरीफ फसलों की बुवाई का रकबा छह प्रतिशत कम यानी 406.27 लाख हेक्टेयर ही है जो रकबा पूर्व वर्ष की समान अवधि में 431.82 लाख हेक्टेयर का था।