लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह के मारे जाने के बाद यूपी एटीएस को यह जानकारी मिलेगी है यूपी में आईएसआईएस का नेटवर्क है। स्लीपर सेल के रूप में कानपुर, अलीगढ़ और पूर्वांचल के कुछ जिलों में इसके संदिग्ध सक्रिय है। यूपी एटीएस और पुलिस की खुफिया एजेंसियों का संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखने का कहा गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने बताया, ‘काकोरी थानाक्षेत्र के हाजी कालोनी में आईएआईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को लेकर यूपी पुलिस की खुफिया विभाग जानकारी देने में पीछे रहा है। दूसरे प्रदेश की एजेंसियों से इनपुट के आधार पर कार्रवाई की गई।’ उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद यूपी पुलिस की सभी एजेंसियों को एक्टिव कर दिया गया है। अब किसी भी स्तर पर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संदिग्धों की निगरानी के लिए जिम्मेदारियां तय हो चुकी हैं।
हाजी कालोनी में आईएसएस का संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह काफी दिनों से रह रहा था वह अपने साथियों के साथ बाहर आता-जाता था लेकिन इसके बाद भी न तो काकोरी थाना क्षेत्र के पुलिस ने इसको लेकर कोई जानकारी दी और न ही युपी पुलिस की खुफिया एजेंसियां। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने भी पुलिस को और भी ज्यादा चाक- चौबंद और खुफिया एजेंसियों को और ज्यादा सक्रिय होने का निर्देश दिया है।
मध्यप्रदेश के बाद यूपी को आधार बनाने के प्रयास में है आतंकी
मध्यप्रदेश में सिमी से लेकर आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अपनी जड़े जमा रहे हैं। वहां के यह लोग उत्तर प्रदेश में भी अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नए लड़कों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। यूपी एटीएस के साथ मुठभेढ़ में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह से लेकर अभी तक जितने आतंकी मारे गए उनमें से अधिकतर का कनेक्श्न मध्यप्रदेश से निकला है। मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और शाजापुर में आना जाना था। मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर यूपी पुलिस आतंक के इस नेटवर्क को खंगालने में लगी है।