नई दिल्ली। गंगा नदी को स्वच्छ बनाने व गंगा पुनरुद्धार के कार्य में आने वाली चुनौतियों पर विचार-विमर्श के लिए देश के 1200 से अधिक ग्राम प्रधान एक जगह इकठ्ठा हुए हैं।
नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर परामर्श और जागरूकता कार्यक्रम ‘स्वच्छ गंगा-ग्रामीण सहभागिता’ का आयोजन किया गया है।कार्यक्रम में उत्तराखंड, यूपी, बिहार, झारखण्ड व पश्चिम बंगाल राज्यों में गंगा किनारे बसे गाँवों के ग्राम प्रधानों को स्वच्छ गंगा अभियान में अपनी भूमिका पर विचार-विमर्श के लिए एकत्रित हुए है। सम्मलेन में शामिल विभिन्न हितधारक गंगा पुनरुद्धार के कार्य में आने वाली संभावित चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया। इससे गंगा स्वच्छता अभियान को मदद मिलेगी।
इसके साथ ही कार्यक्रम में औषधीय पौधों और आजीविका, ग्रामीण ठोस कचरे का परिशोधन और स्वच्छता संबंधी विषयों पर भी चर्चा हुई। कार्यक्रम का आयोजन जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा अभियान (एनएमसीजी) ने किया है।