गाँव कनेक्शन नेटवर्क
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज बसपा सदस्यों ने दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मुद्दे पर राज्य सभा में जमकर नारेबाज़ी की। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलितों का उत्पीड़न हो रहा है। हंगामें की वजह से राज्य सभा की कार्रवाई को चार बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
बैठक शुरू होते ही बसपा प्रमुख मायावती ने रोहित का मुद्दा उठाते हुए सरकार से जवाब की मांग की। उन्होंने इस मुद्दे से कथित रूप से जुड़े केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे, विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने और घटना की जांच के लिए गठित न्यायिक समिति में दलित सदस्य को शामिल किए जाने पर सरकार से जवाब देने को कहा।
सरकार ने कहा कि वह इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा को तैयार है और चर्चा के बाद संबंधित मंत्री इस पर जवाब देंगे लेकिन बसपा के सदस्य सरकार के रूख से संतुष्ट नहीं हुए और वो वेल के सामने नारेबाजी करने लगे। बसपा सदस्यों ने केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी की।
मायावती ने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक दलित छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने का मुद्दा गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब से भाजपा केंद्र में सत्ता में आई है, आरएसएस की विचारधारा को थोपने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हैदराबाद विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के मामलों में हस्तक्षेप किया जा रहा है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अगर सदन सहमत है तो इस विषय पर तुरंत चर्चा शुरू की जा सकती है लेकिन सरकार टुकड़ों-टुकड़ों में जवाब नहीं देगी।
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि मायावती ने एक सरल सवाल किया है कि जांच के लिए गठित समिति में कोई दलित है या नहीं और सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी की भी मांग है कि जांच समिति में एक दलित सदस्य को शामिल किया जाना चाहिए।