नीस (फ्रांस), एजेंसी। फ्रांस एक बार फिर शोक मना रहा है। नवंबर में हुए आतंकी हमले के बाद 15 जुलाई को फ्रांस के नीस ने एक बार फिर बड़ा आतंकी हमला देखा। पिछले 18 महीनों में यह फ्रांस पर हुआ तीसरा आतंकी हमला है। पिछले कई महीनों से फ्रांस में सुरक्षा आपातकाल लागू होने के बावजूद हुए इस तीसरे हमले ने फ्रांस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
नीस स्थित एक रिसॉर्ट में बास्तील दिवस पर आतिशबाजी का प्रदर्शन देख रहे लोगों की भीड़ पर एक ट्रक चढ जाने से कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस हमले को आतंकवादी हमला करार दिया है।
प्रोमेनादे देस एंगलेस इलाके में चल रहे इस समारोह में यह ट्रक करीब दो किलोमीटर तक लोगों को कुचलते हुए निकला। इस दौरान हजारों लोग आतंकित होकर घटनास्थल से भागे. ट्रक चालक गोली लगने से मारा गया, लेकिन तब तक बहुत से लोगों की जान जा चुकी थी।
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें ट्रक से 31 वर्षीय एक फ्रांसीसी-ट्यूनीशियाई नागरिक के पहचान पत्र संबंधी दस्तावेज मिले हैं। ट्रक से ‘‘बंदूकें” और ‘‘बडे़ हथियार” भी बरामद किए गए हैं।
हमले से दुखी ओलांद ने टेलीविजन पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमला ‘‘निर्विवाद रुप से आतंकवादी प्रकृति” का था। उन्होंने हमले में ‘‘कई बच्चों” के मारे जाने की पुष्टि की है। कई परिवार फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए यहां आए थे।
यह रक्तपात बास्तील दिवस पर हुआ है जब फ्रांस के लोग अपने धर्मनिरपेक्ष गणराज्य और स्वतंत्रता, समानता एवं भाईचारे के मूल्यों का जश्न मनाते हैं।
फ्रांस की स्वतंत्रता के प्रतीक राष्ट्रीय दिवस पर हुआ हमला: ओलांद
इस हमले से एक दिन पहले पेरिस में सैन्य समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सैन्य बलों, टैंकों एवं लडाकू जेट विमानों ने शांम्प्स एलिसीज पर अपने जौहर दिखाए और शानदार आतिशबाजी की गई थी।
ओलांद ने कहा, ‘‘फ्रांस पर उसके उस राष्ट्रीय दिवस पर हमला किया गया, जो स्वतंत्रता का प्रतीक है।”
गृह मंत्री बेरनार कैजनोव ने घटनास्थल पर मौजूद संवाददाताओं को बताया कि मृतक संख्या 84 है और कई लोग घायल हुए हैं जिनमें से 18 की हालत गंभीर है।
इस हमले के बारे में अभियोजकों ने बताया कि आतंकवाद रोधी जांचकर्ता घटना की जांच करेंगे।
इससे आठ महीने पहले ही पेरिस में हुए इस्लामिक स्टेट के हमलों में 130 लोगों की मौत हो गई थी जिसके कारण विश्व के शीर्ष पर्यटन स्थलों में शामिल फ्रांस के पर्यटन व्यवसाय को बड़ा झटका लगा था।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ‘‘भीषण आतंकवादी हमला प्रतीत होने वाली” इस घटना की निंदा की है। अभी किसी समूह ने हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
ओलांद ने घोषणा की कि वह इस ताजा हमले के मद्देनजर फ्रांस में आपातकालीन स्थिति की अवधि तीन महीने और बढाएंगे तथा सीरिया एवं इराक में जिहादियों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई को ‘‘तेज करेंगे”।