लखनऊ/वाराणसी। देश का नौजवान जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बने। इसलिए हमारी सरकार स्टार्टअप योजना पर ध्यान दे रही है ताकि देश के नौजवानों को प्रगति के पूरे मौके मिले।
यह बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में कहीं। प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा, असफलतों से डरना नहीं चाहिए, असफलताओं से सिखाना चाहिए। असफलताएं ही सफलता की राह दिखाती है इसमें शर्म करने की जरूरत नहीं है।
हैदराबाद में एक दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर चौतरफा हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुत भावुक होकर कहा कारण अपनी जगह होगा, नीति अपनी जगह होगी पर सच्चाई यह है कि मां भारती ने अपना लाल खोया है, खुदकुशी की पीड़ा मैं महसूस कर सकता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा, उसका परिवार इस दुर्घटना से क्या महसूस कर रहा होगा।
वहीं मानव संसाधन मंत्रालय ने रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। आयोग तीन महीने के अन्दर सरकार को रिपोर्ट सौपेगा।
प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में रोहित वेमुला की खुदकुशी को लेकर कुछ छात्रों ने हंगामा मचाया, और पीएम वापस जाओ के नारे लगाए, काले झण्डे दिखाएं। हंगामे के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, अगर छात्रों को ये समझाना पड़े कि क्या करना है तो फिर शिक्षा अधूरी है, छात्रों का प्रयास होना चाहिए कि वे बड़े मकसद के लिए कोशिश करें। दुनिया में कुछ भी सरलता से नहीं मिलता है।
अम्बेडकर के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, अम्बेडकर भगवान बुद्ध से प्रेरित थे अम्बेडकर ने अपना पूरा जीवन अपनी मां को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने कहा सूचना के स्रोत आज ज्यादा है। आज छात्रों का गुरु गूगल है।
वहीं इससे पूर्व वाराणसी के डीएलडब्ल्यू ग्राउंड में प्रधानमंत्री ने कहा, यह सरकार गरीबों, दलितों, शोषितों और वंचितों को समर्पित है और उनके लिए कुछ करने की कोशिश करेगी जिन्हें अपने जीवन में कष्ट झेलने पड़े हैं। यह सरकार गरीबों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है कि कैसे उनका जीवन बदला जा सकता है और यह सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नई ट्रेन महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, ये ट्रेन वाराणसी से दिल्ली के लिए चलाई गई है। ट्रेन 26 जनवरी से वाराणसी से हर मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को शाम 6.35 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 8.25 बजे नयी दिल्ली पहुंचेगी। ट्रेन में यात्रियों के सुविधा और स्वच्छता का खासा ध्यान रखा गया है। मोदी ने काशी के डीएलडब्ल्यू ग्राउंड में दिव्यांगों (हैंडिकैप्ड लोगों) को हेल्पिंग किट भी प्रदान की।