खंडवा (मध्य प्रदेश)। लोगों को घरों में रखने के लिए शहरों में लॉकडाउन लागू करने के बाद कर्फ्यू लगाया जा रहा है। वहीं खंडवा जिले के अमलपुरा ग्राम पंचायत ने गांव में अनूठा लॉकडाउन लागू किया है। पंचायत ने लोगों के जरुरत का सामान लेने का समय तय कर दिया है। साथ ही अपने घर पर मेहमान या रिश्तेदार बुलाने पर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया है।
कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में भले ही 24 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया हो। लेकिन खंडवा जिले के अमलपुरा गांव में पंचायत ने 21 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया था। रोजाना गांव की गलियों में ग्राम कोटवार मुनादी कर लोगों से अपील करता है कि वह सुबह से 12 बजे तक किराना की सामग्री या दूध और अन्य दैनिक जरूरत का सामान खरीद लें। इसके बाद गांव में कोई भी बाहर नहीं निकलेगा। साथ ही मेहमान बुलाने या मेहमान नवाजी करने अथवा रिश्तेदारों के आने पर ग्रामीणों पर जुर्माना किया जाएगा।
गांव के सरपंच सुंदरलाल ने बताया, ‘अमलपुरा में ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया गया है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूरा गांव एकजुट है। ग्रामीणों ने खुद को लॉक डाउन कर लिया है। अब गांव में कोई भी बाहर घूमता नजर आता है तो उससे पूछताछ कर उसे घर जाने के समझाई दे दी जाती है। अन्यथा उस पर जुर्माने की कार्रवाई की जाती है। अगर किसी के घर कोई रिश्तेदार आता है उस पर जुर्माना किया जाता है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर ग्राम पंचायत पर इस कदर हुआ है कि गांव में घुसने से पहले ही ग्रामीण उसकी पड़ताल कर लेते है। ग्रामीणों को समझाइश भी दी जाती है कि अगर नियमो का उल्लंघन किया गया तो उनको जुर्माने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।