लखीमपुर खीरी (भाषा)। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल की सरहद पर खम्बा संख्या 200 के पास कल नेपाली नागरिकों द्वारा सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों पर कथित तौर पर पथराव किए जाने की घटना के बाद उस स्थान पर लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां बताया कि बसही क्षेत्र में खम्बा संख्या 200 के पास कल एक विवादित स्थल पर पक्का निर्माण कराने का विरोध करने पर नेपाली नागरिकों की भीड़ द्वारा एसएसबी के जवानों पर पथराव किए जाने की घटना के बाद दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में तय किया कि जब तक दोनों मुल्कों के अधिकारी सर्वे करके यह तय नहीं कर लेते कि खम्बा संख्या 200 किसकी सीमा में है, तब तक वहां कोई निर्माण कार्य ना हो और यथास्थिति बरकरार रखी जाए।
जिलाधिकारी आकाशदीप ने कल रात संवाददाताओं को बताया कि बैठक में पलिया तहसील के उप जिलाधिकारी शादाब असलम, पुलिस उपाधीक्षक, एसएसबी कमांडेंट दिलबाग सिंह तथा उनकेस नेपाली मकक्षों की एक संयुक्त समन्वय समिति बनाने का भी निर्णय हुआ। उन्होंने बताया कि यह समिति दोनों देशों के अधिकारियों के बीच समन्वय करने तथा किसी तरह का तनाव उत्पन्न ना होने देने के लिये स्थिति की निगरानी करेगी। जिलाधिकारी ने कल झड़प के दौरान एसएसबी की कथित गोलीबारी में एक नेपाली नागरिक के मारे जाने सम्बन्धी नेपाली मीडिया की रिपोर्ट को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि एसएसबी ने कल भारतीय सीमा में घुसकर वहां नेपाली झंडा लगाने और हिंसा करने पर आमादा नेपाली नागरिकों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिये सिर्फ आंसू गैस का इस्तेमाल किया था।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल सीमा के पास कल नेपाली नागरिकों की भीड़ द्वारा किए गए पथराव में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सात जवान तथा कुछ आम नागरिक घायल हो गये। एसएसबी के सेनानायक दिलबाग सिंह के मुताबिक, सरहद पर लगे खम्बा संख्या 200 के पास एक विवादित जमीन पर किये जा रहे पक्के निर्माण का विरोध करने पर नेपाली नागरिकों की भीड़ ने एसएसबी जवानों पर पथराव कर दिया। सम्पूर्णानगर क्षेत्र के बसही गांव के पास हुई इस घटना में एसएसबी के सात जवानों तथा कुछ आम नागरिकों को चोटें आयी हैं। जिलाधिकारी आकाशदीप तथा वरिष्ठ पुलिस अफसर इस घटना को लेकर नेपाली अधिकारियों से बातचीत करने के लिये रवाना हो गये हैं। खम्बा संख्या 200 के पास एक विवादित जमीन पर किये जा रहे पक्के निर्माण का मामला गत 18 फरवरी को उठा था जब नेपाली लोगों ने अपना वजूद खो चुके खम्बा संख्या 200 के नजदीक एक पुलिया का निर्माण शुरु किया था। उप जिलाधिकारी शादाब असलम ने मौके का निरीक्षण करने के बाद नेपाली अधिकारियों से विचार-विमर्श किया था। उस वक्त यह फैसला किया गया था कि दोनों देशों के सर्वे अफसरों द्वारा अपने-अपने मुल्क की सीमा तय किये जाने तक विवादित जगह पर कोई भी पक्का निर्माण नहीं कराया जाएगा।